ज्योतिष शास्त्र में पंचाङ्ग के उपयोग का महत्व तथा तिथि, वार, नक्षत्र, लग्न एवं उनके स्वामी

भारतीय पंचांग का आधार विक्रम संवत् है जिसका सम्बन्ध राजा विक्रमादित्य के शासन काल से है। ये कैलेंडर विक्रमादित्य के शासनकाल में जारी हुआ था। इसी कारण इसे विक्रम संवत् के नाम से जाना जाता है। तिथिर्वारश्च नक्षत्र योगः करण…

जानिए तिथि क्या है? और ज्योतिष शास्त्र में इनका महत्व क्यों है?

ज्योतिष में तिथियों का एक महत्वपूर्ण स्थान है। हिन्दु धर्म में तिथियों के आधार पर मुहूर्त्त निकाले जाते हैं और उनके अनुसार विभिन्न कार्य किए जाते हैं। सभी कार्यों का मुहुर्त तिथियों के अनुसार बाँटा गया है। प्रतिपदा तिथि प्रतिपदा…

जानिए 12 राशियों के अनुसार अपना व्यक्तित्व, गुण-दोष और स्वभाव

जन्म राशि – वैदिक ज्योतिष में सबसे अधिक महत्व राशियों, भावों नक्षत्रों का होता हैं, जिसमें द्वादश राशियों के बारे में हम विस्तार से बताने की कोशिश कर रहे हैं। जन्म का चंद्रमा जिस राशि में होता है, हमारा व्यवहार…

भारतीय वैदिक ज्योतिष शास्त्र में नक्षत्रों का शुभ-अशुभ प्रभाव

भारतीय वैदिक ज्योतिष शास्त्र को एक गणितीय शास्त्र भी माना जाता है। इसमें की जाने वाली गणनाओं की मदद से ही ग्रहों के परिवर्तन उनकी चाल आदि कई चीजों के बारे में पता चलने के साथ ही इसके आप पर…